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इत्तेफाक से खुशियां मिलती है &&&&&&&&&&&&&&& मोहब्

इत्तेफाक से खुशियां मिलती है
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मोहब्बत  का  लिबास  में  दरिंदा  छुपा  बैठा है,
जगमगाती रोशनी  भी  उसे अंधेरा  दिखता है।
रिश्तो की खूबसूरती भी उसे फिका दिखता है,
इत्तेफाक  से   गले  मिल लो  उससे   तो,
उम्मीद भी उसे  तीखा  दिखता  है।
महसूस हर किसी को नहीं होता,
इत्तेफाक से खुशियां मिलती है।
उदासी   तो    हर    कदम   पर   मिलेगी   तुम्हें,
जमीन पर भी कभी-कभी आसमां दिखता है।
तन्हाइयों     के     संग    तुम    क्यों    बैठे    हो,
उम्मीद  भी   कभी  - कभी  बेगाना  लगता  है।
पनाह   किसी   सुकून   भरे  आंखों  में  ले  लो,
सिसकियां    भी    अब    फसाना    लगता   है।
मोहब्बत  का  लिबास  में  दरिंदा छुपा  बैठा  है,
जगमगाती रोशनी  भी उसे अंधेरा दिखता है।।
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प्रमोद मालाकार ...27.06.2007

©pramod malakar #इत्तेफाक से खुशियां मिलती है।

#इत्तेफाक से खुशियां मिलती है।

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