माँ बच्चों के लिए सब कुछ सह जाएगी, वो माँ है क्या अकेली रह पाएगी। अपनी स्नेह की छाया में बच्चों को, पौधों से वृक्ष बना जाएगी। पर क्या बच्चों के प्रेम भरे स्पर्श से वंचित रह जायेगी। नौ महीने उदर में पाला , फिर चट्टान सा मजबूत बनाया। अब उन्ही बच्चों की कटु वाणी को, हृदय पे झेल पाएगी। पर वो माँ ठहरी बच्चों के लिए सब कुछ सह जाएगी। माँ का लाड़ प्यार ठोकर पे रखने वालों, कभी तुम्हारी भी बारी आएगी। माँ को बेसहारा छोड़ कर , तुम्हे भी चैन की नींद नही आएगी।। ©poonam atrey #माँ #पूनमकीक़लमसे #नोजोटोकविता