#विज्ञानदिवस
इस विज्ञान दिवस पर, ये कविता है अर्पण, विज्ञान के लिए जो दिन-रात होते हैं लगातार मेहनत करते रहते उनको सलाम।
नींदों से जब तक आंखें नहीं खुलती, उन वैज्ञानिकों की सोच नहीं रुकती।
वे करते हैं खोज, उनके लिए नहीं होती कोई दिक्कत, वो निरंतर खुद को अपडेट करते हैं अपनी तकनीक और उनके तरीके निरंतर अद्यतन।
विज्ञान के बिना थे अज्ञान, अब जब होती है उससे दूरी, ये विज्ञान ही है जो ले रहा हमें नई महत्वपूर्ण उच्चताओं की ओरी। #Poetry#प्रेम#Banaras#nojotohindi#nojotoapp