Nojoto: Largest Storytelling Platform

ज़ख्म जो तुमने दिए थे, अभी सीले नही है,, तन्हाइयों

ज़ख्म जो तुमने दिए थे,
अभी सीले नही है,,
तन्हाइयों के सावन में,
अभी खिले नही है,,
ढूंढ लिया है तेरी नशीली आंखों को
इक ग्लास में हमने,
अब तेरी चमकती दुनिया से,
कोई शिकवे नही है,
कोई गिले नही हैं,,

-भरत टंडन

©Bharat Tandon
  #मेरी_कलम_से✍️ #मेरीरचना #इश्क❤ #lovepoetry #Instagram #follow

मेरी_कलम_से✍️ #मेरीरचना इश्क❤ #lovepoetry #Instagram #follow #शायरी

1,688 Views