*मन नही करता* कोई मनचाहा जो लिख दे तो लिखने का मन नही करता, ग़र अनचाहा लिख देता है तो पढ़ने का मन नही करता। कोई दिल से अपने लिख दे तो दस्तक देने का मन नही करता, गर अपने दिल की लिख दे तो दस्तक सुनने का मन नही करता। जो आराम से हासिल हो जाए तो चाहने का मन नही करता, जो हासिल ना हो पाया है भूल जाने का मन नही करता। जाने कैसे ख़्वाब हैं पाले पूरा करने का मन नही करता, जो पूरा हो जाए ख़्वाब तो उनमें रहने का मन नही करता। जाने कैसे साँचे है ढल जाने का मन नही करता, जिनमें ढल गए हैं उनमें रहने का मन नही करता। #yqbaba #yqhindi #yqman