बाजुओं के सहारे कन्धे जुका करते है अरे सूरत अच्छी हो तो थोङी लोग खफा होते है हम जब निकलेंगे बाजार मे तो देखीयेगा रोनके भी आखीर हमारे ही तो सहारे बाजार चला करते है ।।। सूरत