उसकी नजरें मुझसे मिलतीं हैं जब जब मैं उसको तकती हुं वो शांत हवा सा रुकता है जब जब मैं कुछ कहती हुं वो चांद सा मुझपर हसता है जब जब मैं रातें जगती हुं उसकी बातें अधूरी रहतीं हैं जब जब मैं मिलकर जाती हुं