#NojotoRaamleela मारीच-प्रकरण के पश्चात छलिया रावण माता सीता का बलात अपहरण करके वायु मार्ग से लंका ले चला. माता श्रीराम देवर लक्षमण की सुरक्षा हटाने में श्रीराम की अवहेलना पर प्रलाप कर रही थीं. मार्ग में अज्ञात सहायता स्रोतों को पुकारते हुए छटपटा रही थीं. माता की करुण पुकार सुनकर गिद्ध राज जटायु सहायता को पहुंचे. उन्होंने अपनी शक्तिभर सीता जी के बचाव में रावण का प्रतिकार किया. रावण से सीता को छोड़ने को कहा. रावण के न मानने पर जटायु ने अपनी शक्तिभर रावण पर कठोर वार किए. किंतु, तलवार के प्रहार से अंत में जब रावण ने जटायु के पंखो पर आघात कर पंख काट डाले तो सीताजी की सहायता से लाचार होकर वह गिर पड़ा. अब किसी प्रतिरोध को न देख रावण सीताजी को लंका ले गया. ©Shiv Narayan Saxena NojotoRaamleela साहसी जटायु! #NojotoRamleela