हमारे मोहब्बत के चर्चे किसी के लबों के सहारे, तुम्हारे घर तक पहुंच गए थे | लग गया था तुझ पर पहरा , हो गया था तेरा कॉलेज जाने का सिलसिला खत्म.. कैसे बताएं कि तुम्हें देखने के लिए कितना तड़प गए थे | भड़क गए थे तेरे पापा और तेरे रिश्ते की बात हो रही थी मेरे आंखों के सामने मेरी मोहब्बत बरबाद हो रही थी तेरे लिए मर जाऊंगा या मार दूंगा सबको यह मेरे जज्बात कह रहे थे... और तू चाह कर भी कुछ नहीं कर सकता यह मेरे हालात कह रहे थे..। वो आलम मेरे लाचारी का और दौर मेरे बेरोजगारी का. एक दौर था जब शिकार हुआ शिकारी का , #dil_tuta_tha3