Press देह त्याग अग्नि राख, ताबूती मुर्दों की गुहार। हिज्र की है गहरी रात, मृत्यु मृत्यु मत पुकार। इश्क बुखार तापमान, तप जाप सब व्यर्थ यार। नोंक गर्दन खंजर घात, स्वार्थ मृत्यु मत पुकार। सिर कलम लहु आघात, सब छींटे छींटे रक्तवेष। चीर समय तेज दहाङ, पहेली बूझ मृत्यु मत पुकार। बंजर घर अंधेरी आहट, काली चीख जख्मी शोर। माॅं की है तू आखिरी आस, उत्तर एक मृत्यु मत पुकार।। ~किशन गुप्ता #NationalPressDay