क्यों आकर रो रहा है मोहब्बत के शहर मे, अभी तलक तिलिस्म टुटा नही ख़्याली शहर मे देखा नही किस कदर खुल्लेआम जिस्म लव जुड़े है, इंतकाल हो चुका है शर्म ओ लाज का शहर मे ©deshank sharma #deshank #Hindi #Shayari #Love #Life लव शायरी शायरी लव शायरी हिंदी में दोस्ती शायरी