यूं खामोश रह कर दिल में रखे जज्बात, दबाया ना करो! खुद का मन बहला कर ,दूसरी की परेशानी ना बढ़ाया करो!! अपने ही अपनों के जज्बात बखूबी समझ पाते है, जब गलती पूछी जाए तो, उसे छुपाया ना करो!! आप बेहतर हो या नहीं, यह लोगो पर निर्भर करता है!! अपने कभी अपनों से नाराज़ नहीं होते, बस गलतफहमी उन्हें नाराज होने पर मजबूर कर देती है!! दिल से सोचते है तो, बातो को समझते क्यूं नहीं! आपके अपने आपसे ही मुस्कुराते है, नायाब तोहफे से नहीं!! दिल से लगी बातों को मन में रख कर ,मन को दुखाया ना करो! माफी मांगी जाए तो माफ़ भी कर दिया करो!! ©Hema israni #ghaltfehmi #nayab #tohfe #muskurahat #Like #Comment #share #Poetry #poetry_voiceofsoul #HeartBook