नामक तो जीवन में कभी अमृत कभी जहर बन जाता है, शारीर में कम हो तो इंसान को पंगु और ज्यादा हो तो बाप का मरीज बना देता हैं, नमक भी रिश्तो में भी उसी तरह का भूमिका अदा कर जाता है, जख्मो में पढ़े तो अपंग कर जाता है और रिश्तों में घुले तो रंजिशें पैदा शुरू कर देता है।। #NojotoQuote नमक....