स्मृतियो में अटल,स्मृतियों के अटल, भारती के भाव के अप्रतिम पटल, गंगा से शीतल,सिन्धु से धीर जल, गरीब की कुटीर या राजा का शीशमहल, अक्षर-अक्षर ,कविता-कविता ,भाव भंगिमा वह,जो करे विह्वल। अटल,अटल,अटल सिर्फ अटल,सदैव अटल! जयन्ती नमन! 💐💐💐 ©shekhar सुशासन दिवस!