प्यारा सपना कल रात बड़ा प्यारा सा सपना देखा मैं तुम्हारे साथ किसी खूबसूरत बगीचे में टहल रही थी। चारों तरफ खूबसूरत फूल खिले हुए थे। वह फुटपाथ जिस पर हम चल रहे थे ,तुमने मेरा हाथ बड़े प्यार से हल्के से थामा हुआ था। मैं मन ही मन तुम्हारे उस पूरे हुए सपने को अपनी आंखों से साकार रूप में देख रही थी। कितना संघर्ष किया था तुमने। तुम जब भी निराश होती मेरे शब्द तुम्हारे उस संघर्ष के दिनों में मरहम का काम करते थे। उपासना मिश्रा 🖋️ ©Upasna Mishra #beautifuldream