अजीब हालातों में फंसा हूं और फंसे जा रहा हूं चार फल क्या लगे मुझपर ज़माने भर के पत्थर खा रहा हूं सोचा था कमरे की तन्हाई में गुजारा कर लूंगा अपना चार दिन नहीं गुजर पाए और अपने कल को लौटने पर मना रहा हूं। OPEN FOR COLLAB✨ #ATmansunsetbg1 • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Collab with your beautiful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.