धन्य हो वृगोदर "मिराज'', धन्य हो वायु सरताज, द्रोपदी के केश को, रक्त से धोया है आज, महाभारत जो छेडा है तुमने, मिराज तो बस एक झाँकी है, आज दुस्साशन की भुजा उखाडी, दुर्योधन की जंघा अभी बाकी है| Salute to IAF