#OpenPoetry जिंदगी ने मुझे बढा कुछ सिखाया है। हर चेहरे के पीछे का चेहरा मुझे दिखाया है। रिश्तो की एहमियत का एहसास कराया है जिंदगी ने मुझे अपने ओर पराये का फरक सम्जाया है बिना किताबो के जो सबक मुझे पढाया कदम कदम पर वह मेरे काम आया है। जिंदगी ने मुझे बढा कुछ सिखाया है। हर चेहरे के पीछे का चेहरा मुझे दिखाया है। मुश्किलें खडी कर रस्तो मे मुझे यूं डराया है। कही पा ना लू कदमो को उसने लडखडाया हैम थक कर बैठ जायू ना कभी कदाम-2 पर मेरा होसला भी बढाया है। मुझे काबिल बनने के लिये जिन्दगी ने कई दफा मुझे हराया है। मेरी जिंदगी ने मुझे बढा कुछ सिखाया है। हर चेहरे के पीछे का चेहरा मुझे दिखाया है। #OpenPoetry