बीते कल बिखराए थे राहो पर फूल मैने चुन लिए है उसे किसी गैर ने निराश सी निगाहें मेरी देखती जब छोङ दिए उनके सपने सजाना मैने फिर भी बीते वक्त क यादे दिल ए धङकन मे बसी है अभी।। गुजरते है वक्त कश्मकश मे अभी तन्हाईयॉ ये जीवन को अखरने लगी है अभी बीते दिन की यादे ये उनकी दिल से ना जाएगी कभी यादे बसी है दिल के गोशो मे,ये आती रहेगी याद। वक्त ©DEO PRAKASH ARYA. पास्ट डे। #PastDay