आज जिंदा हुं कल गुजर जाऊंगा कौन जानता है कब तुझसे में बिछड़ जाऊंगा नाराज़ न होना मेरी बर्बादी से ए दोस्त ये वो पल है जो कल मेरे मर जाने से बहुत याद आऊंगा ....! ©Musht-e-alfaaz दोस्ती शायरी