मरहूम हुए बेटें के लिए तड़प उठी एक माँ खुद़ा से जंग कर बैठी दे बैठी खुद़ा को दोज़क-ए-तख्त कि माँ के आगे खुद़ा की भी ना चलती #maa #माँ #love #sadpoetry #lovepoetry #story #shayri #hindishayri #urdushayri #urdu #poet #loveshayri