ये नदियां, ये सागर प्यास के मारे हैं, बारिश के बिना। तो रहम कर और सोच मेरा क्या हाल होगा तेरे बिना। प्यास एक काव्यात्मक रूपक है। जो आम जीवन की समस्याओं को भी परिलक्षित करता है और साथ आंतरिक मनोभावों को भी। एक लेखक मन को प्यास कैसे प्रभावित करती है। Collab कीजिये YQ Didi के साथ। #प्यासकेमारे #yqdidi #yqbaba #collab #YourQuoteAndMine