क्यों अड़चने आ रही है राहो में ना सुनने वाला है कोई न समझने वाला बातो में लगे पड़े है फिर भी कदर नही हमारी इस हालातो में करे क्या ना करे क्या समझ नही आ रहा है सबको अपनी पड़ी है कोई सुना रहा है तो कोई कुछ करने नही दे रहा है जी रहे है ऐसे हालातो में टूट चुका है वो कोई तो बात समझे उसकी वादा कर चुका है लड़ना है गुजरना है सब समय का खेल है। एक दिन वो भी आएगा तू कुछ कर जायगा और वो लूजर दंग रह जाएगा ©Deepanshu kumar motivation in frustrated time #darkness