ऐ वक़्त तू आहिस्ता आहिस्ता गुजर तेरा ये सफ़र मुझे अच्छा लगता है न आफताब चाहता हूं ना ही महताब चाहता हूं जीवन के इस मकाम पर बस अपनो का साथ चाहता हूं। #shailupoetry © Shailu Yadav #Jindagi #poem #thought #fourlinepoetry