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सर्द चली है हवा बसंती आगोश में किरणे भरने को । उल

सर्द चली है हवा बसंती 
आगोश में किरणे भरने को ।
उल्लास मना रही है फसलें
धरती से गगन चूमने को ।। # बसंत
सर्द चली है हवा बसंती 
आगोश में किरणे भरने को ।
उल्लास मना रही है फसलें
धरती से गगन चूमने को ।। # बसंत