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दिल ने कहा ,कुछ लिखूँ तुम्हें फिर सोचा ,क्या लिखूँ

दिल ने कहा ,कुछ लिखूँ तुम्हें
फिर सोचा ,क्या लिखूँ तुम्हें
तुम मुझे मे , मैं तुझ मे
और क्या लिखूँ तुम्हें?
दिल एक, धड़कन है एक
इस से ज्यादा क्या लिखूँ तुम्हें?
मंज़िल तुम, रास्ता भी तुम
और अब क्या लिखूँ तुम्हें? 
दिन हो तुम, रात भी तुम
इस से ज्यादा क्या लिखूँ तुम्हें? 
राह तुम, राही भी तुम
आगे अब क्या लिखूँ तुम्हें?
तुम हो तुम, मैं तुम में गुम
बस इतना ही लिखूँ तुम्हें

©Nijit sharma
  तुम सिर्फ तुम
neelamsharma6933

Nijit sharma

New Creator

तुम सिर्फ तुम #कविता

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