आज फिर से वो मौसम आ गया, मुझे तुम्हारी याद दिलाने, जब मैंने देखा था तुझे पहली बार, तेरे वो बारिश में भीगे हुए जुल्फें, आंखों की पलकों पे ओस सी वो बूंदे, धीमी सी उन होठ पर मुस्कुराहट, मुझे खींचे जा रही थी तेरे पास, आज फिर से वो मौसम आ गया, मुझे तुम्हारी याद दिलाने, जीने की एक नई वज़ह देने। #बारिश#बूंदे #हिंदी #कविता #याद