तेरे इश्क़ की इंतेहा अब होने को है, बरसो से जो कमाया सब खोने को है, और बचा सको तो बचा लो, फरेब की मंडी में एक और लाश नीलाम होने को है।। इश्क़ को अक्सर टोला और मोला जाता है kavi Ajay maurya(#आश्वस्त🇮🇳)