जो पीछे छूट गया, उसे भुलाने की, ज़िन्दगी को संवारने की, जो चाहा, वो हाथ से छूटा, कि अब कोई ख़्वाहिश नहीं है बस कोशिश है मुस्करा कर ज़िन्दगी जीने की। कभी-कभी कोशिशें कामयाब नहीं होती हैं। ऐसी ही किसी बात का क़िस्सा लिखें। #कोशिशबहुतकी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi