दूरियां निभाते निभाते मजबूरियां बन जाती हैं ये मजबूरियां आशो विश्वास दोनों को बदल देती है फिर यह सिर्फ मजबूरियां बन कर रह जाती है मोहब्बत की ये किताब यही खत्म हो जाती है ©Mahesh Yadav #एंड ऑफ़ लव