Nojoto: Largest Storytelling Platform

कील ठोंकी जा चुकी, दिल की दीवार पे है, बांदा फ़ना

कील ठोंकी जा चुकी, दिल की दीवार पे है,
बांदा फ़ना हो चुका, इश्क़ उसका खुमार पे है,
धड़कने तेज़, सांसे गर्म है,शायद वो इश्क़ के बुखार मे है
पता है वो उसको देख कर नज़रें क्यू झुका लेता है,
वो ही पहले बातें शुरू करे, शायद वो इसी इंतजार में है
                           आकाश R मिश्रा #@इश्क़ का बुखार
कील ठोंकी जा चुकी, दिल की दीवार पे है,
बांदा फ़ना हो चुका, इश्क़ उसका खुमार पे है,
धड़कने तेज़, सांसे गर्म है,शायद वो इश्क़ के बुखार मे है
पता है वो उसको देख कर नज़रें क्यू झुका लेता है,
वो ही पहले बातें शुरू करे, शायद वो इसी इंतजार में है
                           आकाश R मिश्रा #@इश्क़ का बुखार