लॉकडॉउन में महानुभाव श्री , बेरोजगारी पर ज्ञान पेल रहे शायद महाराज जरदगव जी , मानसिक पीड़ा झेल रहे जन्म जाती निकम्मे हैं , बंदी में मंडी संभाल रहे जैसे खुद के बूते पर , बड़ा सम्राज्य निर्माण करवा रहे खुद के पूर्वज कपड़े तो ढंग से पहने नहीं लेकिन , महाराज जी मजदूरों को रोजगारी लिबास पहना रहे , देश की पूर्ण बंदी में मजदूर ढेला कमाए सच में.. फिर रहे , लेकिन इससे पहले क्या बेरोजगारों का घर , महाराज जी संभाल रहे .. महाराज जी.... जाने क्यों बौखला रहे... शायद , मोदी जी इनके जीजा हैं🤔 , साथ मिलकर गरीबों में आपदा राशि आवंटन करवा रहे.... देश में आलम बरोजगारी नहीं अभी लॉकडाउन है... , मिलकर सब महाराज जी को समझा रहे.... महाराज जी तो जरदगव हैं ,अब ना समझे तो कोई क्या करे.. #स्वरोजगार समीक्षा - भावनाओं की बस्ती में बस यही एक रोना है अपने हो तो जज़्बात दूसरों के हो तो खिलौना है