मुक्तक """""" न जीना रास आता है न मरना रास आता है ख़ुशी का एक भी क़तरा न मेरे पास आता है कि जबसे तुम गए हो दूर, मौसम है अपाहिज़-सा घिसटता है फ़क़त पतझड़, नहीं मधुमास आता है #जीना #मरना #पतझड़ #मौसम #खुशी #क़तरा #मधुमास #मुक्तक #ghumnamgautam