शाख़ से टूटे पत्तों को आजकल बीन रहा हूँ, किश्तों में कटते लम्हों को बस गिन रहा हूँ। कुछ यूँ बीत रही है आजकल ज़िन्दगानी मेरी। अंजान 'इकराश़' *बिनना -चुनना अथवा इकठ्ठा करना। #YqBaba #YqDidi #IkraashNaama #Zindagi #FallenLeaves