आज फ़िर एक नया सवेरा, एक नयी उम्मीद लेकर आया हे...... आज फ़िर सवेरे-सवेरे चिड़िया ने हौसलों की उड़ान भरी हे... . आज फ़िर सवेरे-सवेरे तेरा इन्तजार कर तेरे आने की उम्मिद में बेठा हूँ... ✍✍ प्रिय आकाश..... सवेरे-सवेरे याद तेरी आयी.....