तकलीफ हो रही ? बहुत! मुझे अंदाज़ा नहीं था बात इतनी बिगाड़ जाएगी काश होता हाँ, काश होता तो अब क्या करना है? तुम बताओ, आखिर तुम समझदार हो अब नहीं, मैं तुम्हारे दर्द का कारण हूँ.... हो तो... माफ़ कर पाओगी मुझे? अब हिम्मत नहीं है... हमने तोड़ दिया ना खुदको? नहीं, खत्म कर दिया... ©Rashi Singh #Monologue #Hindi #hindipoetry #hindi_shayari #Silence