जब जब उतरती है गले से सीने में जलन करती है । ज्यो ज्यो पैमाना भरता हूँ त्यों त्यों आँखें भरती है। चढ़ती तो है दिमाग मे आँखों मे क्यों उतरती है। थामना चाहता हूँ हाथ बेधड़क वो नजर मिलने से डरती है। नब्ज़ पड़ जाती है धीमी पास जब वो गुजरती है। घटाएँ छा जाती है काली जुल्फ़े जब उनकी बिखरती है। ज्यो ज्यो पैमाना भरता है त्यों त्यों आँखे भरती है Dr ravi lamba #writeraofindia #igwriterclub #urdupoetry #hindiquotes #shayaris #writersofinstagram #jauneliapoetry #poetsofindia #Kanhakamboj #NojotoApp #tehzibhafi # ©Dr Ravi Lamba #chai #writeraofindia #igwriterclub #urdupoetry #hindiquotes #shayaris #writersofinstagram #jauneliapoetry #poetsofindia #Kanhak