जो बीत गया सो बीत गया वो वक़्त कहा से लाये अब... उसके हाथो की कटपुतली है उन भूलो को कैसे भुलाये अब... जो होना है वो होगा उस वक़्त मे कैसे जाये अब... अपने कल जो होगे उन किस्सों को कैसे मुट्ठी मे लाये अब... जो चल रहा है वही श्रेष्ठ है क्यो ना इसी मे जिया जाये अब... अपने आज पे नियंत्रण रख के क्यो न इसे ही बेहतर बनाए अब।।। ©mr.vivek #Time #poetry #mnkibat#dilkiawaj#poetrydilse#vichar#ajkuchlikhahai