तुझे देखकर एसा लगे तेरि आँखों कि गहराई में अनकही बातें नजर आती है तेरी खामोश लब्ज मानो बहुत कुछ कहना चाहती है तेरे चेहरे कि रोनोक मैं मायुशि नजर आती है न चाहते हुए भि तेरि आँखे बहुत कुछ कह जाती है मानों रात रात भर जग के तुने खुद को बद्ला है तुझे देख के एसा क्यों लगता है लडकी स्त्री बनी नजर आति है सुनामी से पहले समुदर जेसे सांत रह्ता है पार्बती काली बनी नजर आती है न जाने यह एहसास क्यों होता है जेसे कुछ बदलने बाला है........ #अनकहीkahani #quote #quotedidi #quotebaba #qoteoftheday