#श्रीराम हे पतित पावन, हे मनभावन। हे धर्म रक्षक, हे मन हरसावन। तुम पर ही विश्वास, मत तोड़ो आस तुम ही मिटाओ जनम जनम की प्यास। हे राम, हे राम, हे राम। तुम बिन और कहां विश्राम। तुम ही हो जीवन आधार। बिन तुम कुछ भी नहीं सरकार। जय श्री राम रूप ब्रह्म साकार। हो यदि हिंदू तो राम नाम से कैसा बैर? बिन राम नाम के होगा कैसे खैर? मेरा रोम रोम तो है राम नाम का ठौर। #सरकार_गोरखपुरी ©SARKAR GORAKHPURI #Trees