मन की दुविधाओं का निपटारा कैसे करूँ मैं मेरे ही ग़म का बंटवारा कैसे करूँ। मेरी ही नाव का माँझी है ये ग़म, मैं आख़िर इससे किनारा कैसे करूँ। ©V.k.Viraz #Winter Priya dubey