जो प्यार से रंग लगवाए तुम उसे ही रंग लगाना सुबह प्रार्थना सभा में जब कोलाहल था व्याप्त अध्यापिका ने कहा , सुनो बच्चों बात ये ख़ास जैसा कि सब जानते हैं , है होली आने वाली इस अवसर पर जाने न देना तुम मौका खाली रखी प्रतियोगिता है विशेष ,सब बच्चें हिस्सा लेंगे प्रथम विजेता की झोली, इनामों से भर देंगे होली त्यौहार है मस्ती का,निहित सन्देश भी इसमें लिखो तुम ऐसा कुछ, हो समावेश सब जिसमें