आजकल नही करता मन किसी की मुहब्बबत की सांझ बनू कोई हमसफर मिले रात तुझसा मैं मुडेर पर बैठा वो चाँद बनू कुछ तू कहे कुछ मैं कहू चाँदनी रात और कलम की मैं साख बनू #NojotoQuote