मेरा मन आज मेरा मन मुझसे ये कहता है , दर्द-ए-गम को क्यों सहता है ,,,, ज़िन्दगी बहुत छोटी है, जी ले इसे जी भर के, ऐ मेरे दोस्त- तोड़ दे उन दीवारों को जिसमे तू रहता है ,,, आज मेरा मन मुझसे ये कहता है ।।।।।।।।। खुशी की लहर ग़मों की दीवारों से रीस रीस कर बहता है ,,, हाथ तो बढ़ा अपना , ज़िन्दगी फिर दे रही तुझे एक मौका , हर कोई गिर कर ही संभलता है ,,,,,, रत्ती रत्ती से मजा ले, टुकड़ो में तू क्यों जीता है ,,,, आज मेरा मन मुझसे ये कहता है ।।।।।।। written by :- vishal_thakuR ✍️ #मेरा_मन 😍 मेरा मन मुझसे बहुत कुछ कहता है, कुछ अल्फाज़ो में पिरो कर पन्नो पे परोस देता हूं और कुछ मन के संदूक में सहेज कर रख लेता हु 🙏 written by : vishal_thakuR ✍️✍️😊😍