White सुन प्राण प्रणेता प्रतिवेदन, तुम आज यही स्वीकार करो। कष्टों का ना अनुबंधन हो, निवेदन अभी स्वीकार करो।। दुख की छाया कभी न घेरे, बस सुख ही वर्षण केवल हो। कंटक जग में छू भी जाए, तो मरहम वाला संबल हो।। ©Bharat Bhushan pathak on life best