रोज़मर्रा ज़िन्दगी से दूर।। हसीं वादियों में लहलहाते पेड़ों के संग हम भी झूमते जाएं।। ज़माने भर के जितने भी ग़म क्यूँ न हो देख कर खूबसूरती वहां की सारे ग़म भूल जाएं।। सुप्रभात। एक सुबह ऐसी भी हो, जो सपनों के जैसी हो... #एकसुबह #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi