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Nature Quotes सूरज चाँद के जैसे है हम इक निकले तो

Nature Quotes सूरज चाँद के जैसे है हम 
इक निकले तों इक छिपे 
दोनों की सीरत ही अलग है 
अजी तू चंदा मै सूरज  हूँ
तू है निकलता रात को यारा 
मै भोर को यारा उगता हूँ 
अजी तू देता है शीतल चाँदनी 
मै ठंडक से राहत देता हूँ 
तेरी ओ शीतल मधुर चांदनी 
सबको ही यार लुभाती है 
जो होते है व्यथित ओ थोड़ा 
यह सुकूं उन्हें पहुंचाती है 
गर सूरज की बात करूं यदि 
तों भोर में कहर ये ढाता है 
सुबह- सुबह जो कोई भी देखें 
ये उसका चित ही लुभाता है
अब दोनों को ही छोड़ के यारा 
मै अपनी ही बात पे आता हूँ 
अजी मै हूँ ऐसा -यार अनौखा 
संग - राधे कृष्णा रखता हूँ....
रहता हूँ जो यदि शांत- चित मै 
तों जमके भी यार उबलता हूँ...
अजी मेरा जो भी प्रारूप है यारों 
वो समझ कोई ना पाएगा.......
अजी मेरी सोच कहाँ तक पहुंची 
यारों जान कोई ना पाएगा ......

©ANOOP PANDEY
  #हम_और_तुम 💚
Anshu writer