बसते है हम उन्हें सोचकर हंसते है हम वो मिलेंगे ज़िन्दगी मे कभी उनसे मिलने को तरसते है हम इश्क़ से बांधा है उनको हमने ज़ंजीर सी कोई कसते है हम वो नहीं कह्ते उन्हें उल्फत है बादलो सा उनपर बरसते है हम आग लगा दी है इसी फुर्कत ने शोलो मे जैसे झुलसते है हम यादों में कहीं हकीकत मे नही इस जन्म मे नही फिर सही फिर सही 👍 हल्की सी झलक मिल जाती है उस दुनिया की जो सिर्फ़ मेरी थी.. #यादोंमें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi