आजकल राजनीति बेतहाशा बढ़ रही, जन प्रश्नों की किसी को सुध ही नहीं। गर चलता रहा यूँही कुछ और साल, गुलामी से बदतर दौर अटलनीय ही ।। #janhit #gulami #ytdidi