मुझसे किए वादे मेरे बाद भी निभाना तुम.....! मैं रहूं या न रहूं मेरी याद में मुस्कुराना तुम..!! जब भी अपने गले की ताबीज तुम देखा करोगे..! भीगी पलकों से मंगलसूत्र का किस्सा याद करोगे..!! फेशियल तो ठीक फिर से बाल न बढ़ाना तुम..! मैं रहूं या न रहूं मेरी याद में मुस्कुराना तुम..!! मोहब्बत के सागर में मैंने दो किनारों को देखा है..! बिछड़ के जो मर जाएं, आशिक हजारों को देखा है.!! मुझे दिल में जिंदा रख, जी के दिखाना तुम..! मैं रहूं या न रहूं मेरी याद में मुस्कुराना तुम..!! ये सच है बंद कमरे में जी भर आंसू बहाओगे..! राेगे चीखोगे शायद तुम जोर से चिल्लाओगे..!! पर तन्हा हो कितने किसी को न बताना तुम..! मैं रहूं या न रहूं मेरी याद में मुस्कुराना तुम..!! ©Neha Singh मुझसे किए वादे मेरे बाद भी निभाना तुम.....! मैं रहूं या न रहूं मेरी याद में मुस्कुराना तुम..!! जब भी अपने गले की ताबीज तुम देखा करोगे..! भीगी पलकों से मंगलसूत्र का किस्सा याद करोगे..!! फेशियल तो ठीक फिर से बाल न बढ़ाना तुम..! मैं रहूं या न रहूं मेरी याद में मुस्कुराना तुम..!!